Writing confusions
This is Shafi Ulla, a knife sharpener vendor on bicycle. He is kind and jolly. He is 55 years old and working as knife sharpener from past 30 years. His origin is Andhra Pradesh, India. But he came Bangalore after his marriage in year… Continue Reading “Litle life”
नारी होती महतारी हम सब उसके आभारी महिमा नारी की निराली, अतुलनीय है नारी, सम्मान नारी है, उपमान नारी है, नारी जीवन की संभारी, यह है नारी की वाणी नारी,जिस पर घर समाज सबके सम्मान की जिम्मेदारी, घर काज, बच्चे और अतिथि, सब पर… Continue Reading “नारी”
मैं हूं साधारण, आम हूँ मैं, दो हाथ दो पैर, दो- दो आँख और कान, सब कुछ सामान्य, सहज सबके सामान! साधारण हूँ मैं, खास जो होता है , मुझमे नही है, सब जैसा हूँ मैं, पर मुझ जैसे सब नहीं हैं, इसीलिए हूं… Continue Reading “साधारण”
हार क्यों मानूं, जब तुम हो साथ, जब मैं हूं तुम्हारा अंश, हार क्यों मानूं, जब आदि तुम ही हो, अंत भी तुम हो, जब जीवन तुमसे, मृत्यु तुम हो, जब लाभ हानि भी तुम हो, जब सुख तुम हो व्याधि तुम हो, जब… Continue Reading “हार क्यों मानूं”
लम्हें तल्ख़ थे, जिंदगी के कतरे तल्ख़ थे, पलटे जब चौराहे पर, सारे रास्ते तल्ख़ थे, क़दम क़दम के फासले, मीलों का सफ़र थे, जिंदगी के तालुकात, हमसे तल्ख़ थे, सुर्ख गुलाब से खिलते थे जो जज़्बात, अब जज़्बातों के अंदाज़ तल्ख़ थे, अलहदा… Continue Reading “तल्ख़ सी जिंदगी”